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सावन के महीना में भूल कर भी नहीं करे ये 5 कार्य खास कर महिलाएं रखे परहेज

सावन के महीना में भूल कर भी नहीं करे ये 5 कार्य खास कर महिलाएं रखे परहेज

सावन का महीना, जो आमतौर पर जुलाई-अगस्त के बीच आता है, हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। यह माह भगवान शिव को समर्पित है और इस दौरान शिव भक्त विशेष रूप से पूजा-अर्चना, व्रत और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में संलग्न होते हैं। सावन माह में कुछ विशेष नियम और परंपराएँ होती हैं जिन्हें पालन करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि सावन माह में क्या नहीं करना चाहिए और क्या करना चाहिए।

सावन माह में क्या करना चाहिए

  1. भगवान शिव की पूजा:
    • प्रतिदिन शिवलिंग पर जल, दूध, शहद और बेलपत्र अर्पित करें।
    • शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
    • सोमवार का व्रत रखें और विशेष पूजा करें।
  2. व्रत और उपवास:
    • सावन के प्रत्येक सोमवार को व्रत रखें। इसे “सोमवार व्रत” कहा जाता है और इसे अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।
    • उपवास के दौरान फलाहार करें और सात्विक भोजन ग्रहण करें।
  3. भजन और कीर्तन:
    • सावन के महीने में शिव भजन और कीर्तन में भाग लें।
    • मंदिरों में आयोजित धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लें।
  4. दान-पुण्य:
    • गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करें।
    • गौ सेवा और ब्राह्मण सेवा करें।
  5. स्वच्छता और सात्विकता:
    • अपने घर और आस-पास की स्वच्छता बनाए रखें।
    • सात्विक भोजन ग्रहण करें और नशा, मांसाहार से दूर रहें।

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सावन माह में क्या नहीं करना चाहिए

  1. मांसाहार और मदिरापान:
    • सावन के महीने में मांसाहार और मदिरापान से बचें। यह महीना सात्विकता और शुद्धता का प्रतीक है, इसलिए शुद्ध और पौष्टिक भोजन ही ग्रहण करें।
  2. क्रोध और विवाद:
    • सावन माह में क्रोध, विवाद और नकारात्मक भावनाओं से दूर रहें। इस समय का उपयोग मानसिक शांति और ध्यान के लिए करें।
  3. केश और नाखून कटवाना:
    • इस पवित्र महीने में केश और नाखून कटवाने से बचें। यह भी शुद्धता का एक हिस्सा माना जाता है।
  4. अशुद्ध वस्त्र और स्थान:
    • अशुद्ध वस्त्र धारण न करें और गंदे स्थानों पर न जाएं। पूजा के समय शुद्ध वस्त्र धारण करें और स्वच्छ स्थान पर ही पूजा करें।
  5. नकारात्मक कर्म:
    • चोरी, झूठ, हिंसा और किसी भी प्रकार के अनैतिक कार्यों से दूर रहें। इस माह में सकारात्मक और पुण्य कर्म करने की सलाह दी जाती है।

निष्कर्ष

सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति और आराधना का समय है। इस माह में धार्मिक नियमों और परंपराओं का पालन करके हम भगवान शिव की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। सावन माह में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, इसका पालन करके हम अपने जीवन को अधिक शुद्ध और पुण्यकारी बना सकते हैं। भगवान शिव की असीम कृपा आप सभी पर बनी रहे, यही कामना है।

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